31 May 2007

इंतज़ार

एक हैं जो
आये दिन कहते है
कल आऊंगा,

अरसा हो गया पर
वो कल नहीं आया,
जिस कल में हमें
बीते दिनों का काम
पूरा करना था,

साल होने को है ....

ये साल भी कल-कल की आवाज़ मै गुज़रा।

1 comment:

Udan Tashtari said...

यह कल कल की आवाज सभी के जीवन में है..आपने इस आवाज को शब्द दे दिये.